इज़राइल-ईरान युद्ध: ट्रंप ने ईरान पर अमेरिकी हमलों पर विचार किया

सारांश
जैसे-जैसे इज़राइल-ईरान संघर्ष तेज़ होता जा रहा है, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी सैन्य हमलों का आदेश देने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। यह घटनाक्रम उस समय सामने आया है जब इज़राइल ने तेहरान पर हवाई हमले किए हैं और ईरानी राजधानी से नागरिकों का बड़े पैमाने पर पलायन हो रहा है। बीते सप्ताह में हालात तेजी से बिगड़े हैं, जिसकी विस्तृत जानकारी YouTube समाचार रिपोर्ट में दी गई है।
मुख्य घटनाक्रम
अमेरिका द्वारा प्रत्यक्ष सैन्य कार्रवाई पर विचार
- राष्ट्रपति ट्रंप ईरान के परमाणु ठिकानों, खासकर गहराई में बने फोर्डो संयंत्र पर अमेरिकी हवाई शक्ति और उन्नत बमों के इस्तेमाल पर विचार कर रहे हैं।
- वरिष्ठ इज़राइली अधिकारी वाशिंगटन की ओर देख रहे हैं, उम्मीद है कि अमेरिका ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करने के प्रयासों में साथ देगा।
- ट्रंप ने अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ उच्च स्तरीय बैठकें की हैं और इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से सीधे बात की है।
- सोशल मीडिया पर ट्रंप ने ईरानी हवाई क्षेत्र पर अमेरिकी नियंत्रण का दावा किया और ईरान से "बिना शर्त आत्मसमर्पण" की मांग की।
इज़राइल-ईरान युद्ध में तेज़ी
- इज़राइली लड़ाकू विमानों ने रातोंरात तेहरान पर बमबारी की, जिसमें मिसाइल निर्माण और परमाणु से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाया गया।
- हजारों नागरिक तेहरान से पलायन कर रहे हैं, शहर के उत्तर की ओर जाने वाली सड़कें भारी भीड़ से जाम हैं।
- ईरान ने इज़राइल पर मिसाइल दागकर जवाबी कार्रवाई की और चेतावनी दी कि अगर अमेरिका सीधे हस्तक्षेप करता है तो वह अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाएगा।
- इज़राइली अधिकारियों ने तेहरान के कुछ हिस्सों में निवासियों को आगे के हमलों से पहले सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी है।
अमेरिका में राजनीतिक बहस और वैश्विक प्रतिक्रियाएं
- अमेरिकी हमलों की संभावना को लेकर वाशिंगटन में गर्म बहस छिड़ी है, सांसद प्रत्यक्ष हस्तक्षेप के जोखिमों को लेकर बंटे हुए हैं।
- कुछ अमेरिकी अधिकारी इज़राइल को खुफिया जानकारी और हथियार देने के पक्ष में हैं, जबकि अन्य गहरे सैन्य हस्तक्षेप के खिलाफ चेतावनी दे रहे हैं।
- संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने संयम और आगे बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए कूटनीतिक प्रयासों की अपील की है।
- ईरानी नेता डटे हुए हैं और पश्चिमी देशों को संकट के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
हालिया घटनाओं की समयरेखा
तारीख | घटना |
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13 जून 2025 | इज़राइल ने ईरान के परमाणु और मिसाइल ठिकानों पर बड़े हवाई हमले शुरू किए। |
17 जून 2025 | इज़राइली विमानों ने तेहरान पर बमबारी की; नागरिकों का पलायन शुरू हुआ। |
18 जून 2025 | ट्रंप ने अमेरिकी हमलों की संभावना पर सुरक्षा बैठकें कीं; ईरान से बिना शर्त आत्मसमर्पण की मांग की। |
विशेषज्ञ विश्लेषण
- सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी हस्तक्षेप से युद्ध का संतुलन बदल सकता है, लेकिन क्षेत्रीय तनाव भी बढ़ सकता है।
- विश्लेषकों का कहना है कि अत्याधुनिक अमेरिकी बम भी ईरान के सबसे सुरक्षित परमाणु ठिकानों को नष्ट करने की गारंटी नहीं देते।
- कूटनीतिक विशेषज्ञ तत्काल वार्ता की जरूरत पर जोर देते हैं और लगातार संघर्ष के मानवीय नुकसान को रेखांकित करते हैं।
- पर्यवेक्षकों का कहना है कि हालात बेहद अस्थिर हैं और वॉशिंगटन के फैसले युद्ध के अगले चरण को तय करेंगे।
सोर्स वीडियो
इन घटनाओं की विस्तृत वीडियो रिपोर्ट देखने के लिए पूरा समाचार सेगमेंट YouTube पर देखें:
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